Wednesday, January 15, 2020

यादें

मैं करीब 12 साल का था जब मुझे किसी बात का डर नहीं था। मैं मेरे नाना के पास चला गया हमारे नाना जब पेप्सी का करोबार करते थे, मैने नाना से कहा की मै भी पेप्सी बेचूँगा ऐसा कहा नाना ने मूझसे कहा तेरी मरजी मैनै बोला मैं भी बेचुंगा कुछ दिन के बाद मैं भी बेचने चला गया मामा के साथ बेचा करता था करीब दो साल का यह करोबार मैने किया था।
         मुझे वो दिन भी याद आते जब मैं गली गली घुमकर पैसे जमा करता था। वैसे तो वो दिन मेरे पढाई के थे दो साल करीब स्कूल को ही नहीं गया था।
         मुझे स्कूल जाने का डर हो गया था क्या कहेंगे सर बहुत दिन हो गये। हर रोज जाने लगा। और मेरा मन पढाई मैं लग गया।
मेरी पढाई ठिक हो गयी।
             
         

Monday, January 13, 2020

जिंदगी मिली है तो बार बार नहीं मिलती जिंदगी की ,कद्र करना सिखों वैसे तो दूनिया किसी के लिए बनी ही नहीं दुनिया को इंसानोनै बनाया यही तो तो जिंदगी का राज है। मेरा खुद का अनुभव बताना चाहता हूँ मुझे तैरना नहीं आता था मेरे दोस्त मुझै साथ लेकर चले गए मेरे दोस्त तैरने लगे मुझे भी चलो तैरना सिखा देंगे बोलकर मुझे पानी के अंदर लेकर गये मुझे थोडा बहुत सिखा दिया था। ऐसा ही रोज होता रहा एक सप्ताह के बाद तैरने चले गये। मुझे कम आता था तैरना मै गहरे पानी में चला गया। पाणि बहुत सारा पि गया मेरी मदत के लिए कोई भी नहीं आ रहा मेरी धडकन तेज हो गई और मुझे सफेद ही सफेद नजर आ रहा था जब मेनै भगवान को याद किया मुझे बचा लो। यह रहा मेरा सफर 
जिंदगी मिली है मुझे अमानत कै तौर पर मै कब का मर चुका होता। 
यह मेरा पहला ब्लॉग है।