मैं करीब 12 साल का था जब मुझे किसी बात का डर नहीं था। मैं मेरे नाना के पास चला गया हमारे नाना जब पेप्सी का करोबार करते थे, मैने नाना से कहा की मै भी पेप्सी बेचूँगा ऐसा कहा नाना ने मूझसे कहा तेरी मरजी मैनै बोला मैं भी बेचुंगा कुछ दिन के बाद मैं भी बेचने चला गया मामा के साथ बेचा करता था करीब दो साल का यह करोबार मैने किया था।
मुझे वो दिन भी याद आते जब मैं गली गली घुमकर पैसे जमा करता था। वैसे तो वो दिन मेरे पढाई के थे दो साल करीब स्कूल को ही नहीं गया था।
मुझे स्कूल जाने का डर हो गया था क्या कहेंगे सर बहुत दिन हो गये। हर रोज जाने लगा। और मेरा मन पढाई मैं लग गया।
मेरी पढाई ठिक हो गयी।
मुझे वो दिन भी याद आते जब मैं गली गली घुमकर पैसे जमा करता था। वैसे तो वो दिन मेरे पढाई के थे दो साल करीब स्कूल को ही नहीं गया था।
मुझे स्कूल जाने का डर हो गया था क्या कहेंगे सर बहुत दिन हो गये। हर रोज जाने लगा। और मेरा मन पढाई मैं लग गया।
मेरी पढाई ठिक हो गयी।